भारतीय की सड़कों पर आपको कारें तो खूब मिल जाएंगी. लेकिन इसके आगे या पीछे नाम पढ़ेंगे तो आपको सिर्फ मारुति, हुंडई, टाटा, महिंद्रा जैसी आधा दर्जन कंपनियों के ही नाम मिलेंगे. 90 प्रतिशत कारोबार इन्हीं गिनी चुनी कंपनियों के पास है.
बीते 5 वर्षों के दौरान पैसेंजर गाड़ियों के दाम में 50 फीसद की बढ़ोतरी हुई है
वैश्विक चुनौतियों और बिकवाली के बावजूद ऑटो इंडेक्स ने दिया अच्छा रिटर्न
अप्रैल में यात्री वाहनों की बिक्री 13 फीसदी बढ़ गई लेकिन वाहनों के वास्तविक रजिस्ट्रेशन की संख्या में सिर्फ़ 3.5 फीसदी का ही उछाल देखने को मिला.
अगर आप कार खरीदना चाहते हैं लेकिन आपकी सैलरी बहुत ज्यादा नहीं है, तो ऐसे में आपको क्या करना चाहिए? देखें यह वीडियो-
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने सोमवार को ही अपने सभी वाहनों की कीमत 0.9 फीसदी से लेकर 1.9 फीसदी तक बढ़ाने की घोषणा की है.
रसोई से लेकर कार तक का बढ़ गया खर्च, हजारों लोगों को मिलेगी नौकरी, वेतन में भी होगी खूब बढ़ोतरी, दिल्ली में घर का सपना होगा साकार.
कार बाजार का सूरत ए हाल ही बदल गया. छोटी कारों की संख्या सड़कों पर घटने लगी. बड़ी गाड़ियां फर्राटा भर रहीं. बात बहुत पुरानी नहीं है.
फाडा के मुताबिक इस समय बनने वाली प्रत्येक 100 के लिए 120 से 130 बुकिंग हो रही हैं. जबतक चिप की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में शुरू नहीं होती.
रूस यूक्रेन का युद्ध कब थमेगा यह बताना भी असंभव है लेकिन कार कंपनियां बहुत जल्द कीमतें बढ़ाने वाली हैं.